आनंद मठ

आनंद मठ 1870 के दशक में लिखा गया वो कालजयी उपन्यास है जिसकी छाया हमें आज भी नजर आती है जब कोई ये कहता नजर आता है कि हम वंदे मातरम नहीं गायेंगे, ये हमारे धर्म के खिलाफ है। आनंद मठ की पृष्ठभूमि में सन्यासी आंदोलन का संदर्भ है जब बंगाल के मुस्लिम शासन के …

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